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डा सरोज गुप्ता द्वारा रचित काव्य संग्रह " ब्रह्मविदिनी " का लोकार्पण

डा सरोज गुप्ता द्वारा रचित  काव्य संग्रह   " ब्रह्मविदिनी "  का लोकार्पण


साग़र। भारतीय शिक्षण मंडल महाकौशल प्रांत सागर नगर महिला प्रकल्प की नगर संयोजक श्रीमती शोभा सराफ के सौजन्य से डा सरोज गुप्ता द्वारा रचित ब्रह्मविदिनी-काव्यसंग्रह का लोकार्पण अध्यक्ष डा शरद सिंह, वरिष्ठ साहित्यकार मुख्य अतिथि श्रीमती निधि जैन सम्पादक आचरण, विशिष्ट अतिथि-डा ज्योति चौहान , डा वर्षा सिंह ने  किया । 

कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अर्चना पाराशर द्वारा किया गया।संगठन मंत्र -डा कृष्णा गुप्ता , सरस्वती वन्दना श्रीमती रेनू कठल एवं चार्बी कठल द्वारा सस्वर गायन, संगठन गीत-श्रीमती राजश्री दवे ,ध्येय वाक्य श्रीमती आराधना रावत ने प्रस्तुत किया। डॉ सरोज गुप्ता ने वैदिक काल की ऋषिकाओं का परिचय देते हुए कहा कि ऋषिका लोपामुद्रा,ऋषिका विश्ववारा, ऋषिका अपाला,ऋषिका शाश्वती,ऋषिका रोमशा बुन्देलखण्ड के चित्रकूट,सारंग पन्ना में साधनारत रही हैं।कुछ ऋषिकायें  स्वयं ही ऋषि हैं , स्वयं ही देवता हैं इनमें ऋषिका श्री,ऋषिका लाक्षा,ऋषिका सार्पराज्ञी प्रमुख हैं।ऋषिका अगस्त्य स्वसा, ऋषिका जुहू ब्रह्मजाया ,ऋषिका इन्द्राणी , उर्वशी,नद्य: ऋषिका, वागाम्भृणी,यमी वैवश्वती,सरमा , सूर्यासावित्री, श्रृद्धा,मेधा, दक्षिणा आदि ने आरण्यक कुटियों में गृहस्थ जीवन जीते हुए ब्रह्म से साक्षात्कार किया है।
इस अवसर पर डॉ ज्योति चौहान ने कहा कि हम अपने देश की वैदिक काल की नारी शक्ति इन ब्रह्मवादिनियों को स्वयं भी पढ़ें और अपनी भावी पीढ़ी को भी बताएं ताकि हम अपनी विरासत को संजो सकें। मुख्य अतिथि श्रीमती निधि जैन ने कहा कि हमारा अतीत बहुत समृद्ध है, हमारा ज्ञान पश्चिम में पुष्पित पल्लवित हो रहा है और हम पश्चिम का अंधानुकरण कर रहे हैं। ब्रह्मवादिनी-काव्यसंग्रह के माध्यम से वैदिक संस्कृति का ज्ञान जन-जन तक पहुंचे। 

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डॉ वर्षा सिंह ने महिलाओं की सहृदयता एवं सशक्तिकरण की आवाज गजल के माध्यम से प्रस्तुत की । डॉ शरद सिंह ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हमारे देश की समृद्धि, उत्कृष्ट सोच व खुले विचारों की गवाही ऐतिहासिक धरोहरें, मूर्तिकला चित्रकला, स्थापत्य कला के केन्द्र खजुराहो ,कोणार्क जैसे मंदिर देते हैं। जहां सभ्यता, संस्कृति, संस्कार देखे जा सकते हैं। 
श्रीमती शोभा सराफ ने ब्रह्मवादिनियों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अर्चना पाराशर ने किया।इस अवसर पर श्रीमती मीनाक्षी सिंह, श्रीमती आराधना रावत, श्रीमती मनीषा मिश्रा,श्रीमती सुधा जैन, श्रीमती पल्लवी सक्सेना, श्रीमती नन्दिनी चौधरी,ऊषा वर्मन, श्रीमती मीना साहू एवं सागर नगर की महिला प्रकल्प की मातृशक्तियां उपस्थित रहीं ।कल्याण मंत्र से कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

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