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डॉ गौर विवि : यूजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अधिसूचना जारी,★ 6 मई तक होंगे आनलाईन आवेदन

डॉ गौर विवि : यूजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अधिसूचना जारी,

★ 6 मई तक होंगे आनलाईन आवेदन

 

सागर.06 अप्रैल. डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एन.टी.ए) द्वारा आयोजित की जाने वाली कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (सीयूईटी) स्नातक- 2022 के माध्यम से विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ हो गये हैं. विश्वविद्यालय में संचालित बी.ए., बी.ए-बी.एड, बी.एफ.ए, बी.कॉम, बी.एस.सी(बायो/मैथ्स ग्रुप), बी.एस.सी-बी.एड (बायो/मैथ्स ग्रुप), बी.सी.ए, बी.फार्मा (बायो/मैथ्स ग्रुप), बी.लिब, बी.जे, एल.एल.बी (तीन वर्ष), बी.ए.एल.एल.बी (ऑनर्स 5वर्ष) विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया, पात्रता, सीटों की संख्या, आरक्षण नीति, प्रवेश परीक्षा के प्रावधान, शुल्क और परीक्षा कार्यक्रम-विषय मैपिंग इत्यादि की जानकारी के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक प्रवेश सूचना 2022 -23 का अवलोकन किया जा सकता है. ऑनलाइन आवेदन दिनांक 06 अप्रैल 2022 से 06 मई 2022 तक किये जा सकते हैं. यह प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एन.टी.ए) द्वारा आयोजित की जा रही है अतः अद्यतन सूचना एवं दिशा निर्देश के लिए छात्र एन.टी.ए एवं सीयूईटी की वेबसाईट का भी नियमित अवलोकन करते रहें. विश्वविधालय में स्नातकोत्तर एवं पी-एच.डी पाठ्यक्रमों में प्रवेश की अधिसूचना पृथक से जारी की जायेगी.  

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विश्वविद्यालय: डॉ. हरीसिंह गौर:एक प्रेरक व्यक्तित्व पुस्तक का विमोचन आज

 

सागर. 06 अप्रैल. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के स्वर्ण जयंती सभागार में आज 7 अप्रैल 2022 को दोपहर 12:30 बजे प्रोफेसर बी. के. श्रीवास्तव की पुस्तक डॉ. हरीसिंह गौर:एक प्रेरक व्यक्तित्वका विमोचन मुख्य अतिथि माननीय विधायक श्री शैलेन्द्र जैन एवं माननीय कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर प्रो. श्रीवास्तव द्वारा अवचेतन मन की शक्तिपर प्रेरक व्याख्यान भी दिया जाएगा. यह व्याख्यान छात्र छात्राओं के लिए अत्यंत उपयोगी होगा. इसके द्वारा वे जान सकेंगे कि जीवन में सफलता कैसे प्राप्त की जा सकती है। डॉ. हरीसिंह गौर ने अवचेतन मन की शक्तिका उपयोग कर कैसे विश्वविद्यालय स्थापित किया, कैसे नीरज चोपडा ने भाला फेंक में ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता, कैसे कपिल देव ने 83 का विश्वकप जीता। यह सभी अवचेतन मन की शक्ति  पर व्याख्यान के द्वारा बताया जाएगा। अधिष्ठाता मानविकी एवं समाजविज्ञान, प्रो अम्बिका दत्त शर्मा ने अपील की है, कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित रहकर इस कार्यक्रम को सफल बनाएं।


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