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फ़िल्म बागवान से आई "बागवान वृद्धाश्रम" बनाने की कल्पना:गोपाल भार्गव, सर्वसुविधायुक्त वृद्धाश्रम का लोकार्पण

फ़िल्म  बागवान से आई "बागवान वृद्धाश्रम" बनाने की कल्पना:गोपाल भार्गव,
सर्वसुविधायुक्त  वृद्धाश्रम का लोकार्पण
सागर। सागर जिले के रहली विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत गढाकोटा नगर में 318 लाख रुपये की लागत से बने भव्य एवं सर्व सुविधा युक्त "बागवान वृद्धाश्रम" का लोकार्पण स्थानीय विधायक व मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष  गोपाल भार्गव  ने किया। यह वृद्धाश्रम 2 वर्ष पूर्व जब गोपाल भार्गव  सामाजिक न्याय एव निःशक्तजन कल्याण मंत्री थे ।उस समय स्वीकृत कर दिया था। इस वृद्धाश्रम में 24 कमरे,प्रत्येक कमरे में तीन से चार पलंग,गद्दे,तकिया, रजाई, पूजाघर,भोजन के लिए बढा हाल,जिसमें लगभग 500 लोग एक साथ भोजन कर सकते हैं। भजन इत्यादि के लिए शानदार साउंड सिस्टम, मनोरंजन के लिए टेलिविज़न,इस वृद्धाश्रम में बीच बहुत बढ़ा आँगन व बगीचा हैं। कुल मिलाकर यह वृद्धाश्रम सर्व सुविधा युक्त हैं।
नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव  ने कहा कि वैसे तो भारत"श्रवण कुमार"की संस्कृति वाला देश है ऐसे देश में वृद्धाश्रम की कल्पना करना बेमानी हैं,लेकिन वर्तमान समय में कलयुग और पाश्चात्य संस्कृति भारत में इतनी ज्यादा हावी होती जा रही है जिससे रिश्ते नाते व मानवीयता का ह्रास बहुत ही शीघ्रता से हो रहा हैं।पहले परिवार की परिभाषा में दादा दादी,चाचा चाची,माता पिता, बच्चे इत्यादि होते थे, लेकिन वर्तमान दौर में परिवार की परिभाषा ही बदल गई है इसमें पति पत्नी और बच्चे आते हैं। आज के दौर में समाज में ऐसे अनेकों बेसहारा व अपनो से उपेक्षित वृद्ध हैं जो कि दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। ऐसे वृद्धों का एक आश्रय देने का काम करेंगा यह"बागवान वृद्धाश्रम"।इस वृद्धाश्रम में सुबह नाश्ता सहित दोनों टाईम रूचिकर भोजन की व्यवस्था की गई है। समय समय पर मेडिकल परीक्षण भी कराया जायेगा। कुल मिलाकर मेरा प्रयास रहेगा कि इस वृद्धाश्रम में रह रहे वृद्धों को घर जैसा वातावरण महसूस हो,ताकि वे अपने जीवन को शानदार तरीके से जी सकें।
बागवान फ़िल्म से आई परिकल्पना 
 इस वृद्धाश्रम की परिकल्पना मेरे मन में कुछ वर्षों पूर्व उस समय आई जब मैंने फिल्म बागवान देखी जिसमें बच्चे किस तरह अपने माँ बाप को दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर कर देते हैं। एक समय ऐसा आता हैं जब फिल्म का नायक कहता है कि भगवान से मन्नतें माँगकर औलाद मांगते है और यदि औलाद ऐसी होती है तो वेऔलाद होना ठीक है। इस फिल्म से प्रेरित होकर ही इस वृद्धाश्रम का नाम "बागवान वृद्धाश्रम " रखा। कार्यक्रम में उपस्थित वृद्धों को नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव जी ने साल श्रीफल से सम्मानित किया।
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