श्री गुरु सिंघ सभा गुरुद्वारा कमेटी चुनावः पूर्व अध्यक्ष ने लगाए गड़बड़ी के आरोप ; 09 साल से नहीं दिया हिसाब किताब
तीनबत्ती न्यूज : 30 जून ,2025
सागर। जिला न्यायालय ने श्री गुरुसिंघ सभा गुरुद्वारा भगवानगंज कमेटी के चुनाव कराने के आदेश प्रशासन को दिए हैं। प्रशासन ने इसकी प्रक्रिया शुरू करा दी है। श्रीगुरु सिंघ सभा सागर के निर्वाचन अधिकारी ने इसके लिए कार्यक्रम भी जारी कर दिया है। इस पर पूर्व अध्यक्ष गुरजीत सिंह अहलूवालिया आदि ने गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। पूर्व अध्यक्ष सहित अन्य सदस्यों ने चुनाव प्रक्रिया पर आपत्ति कलेक्टर, एसडीएम के यहां जाकर आपत्ति लगाई है।
9 साल से कमेटी पर काबिज ऑडिट का ब्यौरा नहीं दिया
गुरुसिंघ सभा के पूर्व अध्यक्ष गुरजीत सिंग अहलुवालिया ने मीडिया से चर्चा में बताया कि जिला न्यायाधीश ने श्री गुरु सिंघसभा गुरुद्वारा में विधिपूर्वक चुनाव कराने के आदेश दिए हैं। गुरुद्वारा का अपना बायलाज और संविधान है। चुनाव उसी के अनुसार कराए जाएं। बायलाज में स्पष्ट है कि ऑडिटर हर तीन माह में हिसाब-किताब की जांच करेगा और रिपोर्ट जनरल सेक्रेटरी को देगा। वर्तमान कमेटी पिछले 9 साल से गुरुद्वारा पर काबिज है। प्रधान, सचिव और कोषाध्यक्ष ने अब तक आय-व्यय, ऑडिट रिपोर्ट या अचल संपत्ति का कोई रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किया है। वर्तमान कमेटी से हिसाब मांगाजाए। जानकारी नहीं देते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए और उन्हें चुनाव से दूर ए रिसीवर को रखा जाए। पूर्व में नियुक्त किए गए रिसीवर को हटा दिया है।
राजनेतिक हस्तक्षेप भी
उन्होंने आशंका जताई है कि 7 जून 2025 को होने वाले चुनाव से पहले पैसों का गबन या हेराफेरी हो सकती है। वोटर लिस्ट के साथ सदस्यता शुल्क 50 रुपए बताया है। बायलाज में इसका प्रावधान नहीं है। पूर्व के दो चुनावों में उम्मीदवार से शुल्क नहीं लिया। दान देकर पर्ची कटवाने वालों को मतदाता सूची मानना गलत है। आपत्तियों पर प्रशासन फैसला नहीं लेता है तो फिर से न्यायालय जाएंगे। उन्होंने कहा कि कतिपय राजनेतिक लोग हस्तक्षेप कर प्रक्रिया को दूषित करने का प्रयास कर रहे है। प्रेस कान्फ्रेंस में अरजीत सिंग, सर्वजीत सिंग, राजा सिंग बग्गा, जसविंदर सिंह भाटिया मौजूद रहे।
कार्य नियमानुसार : होरा
पूर्व अध्यक्ष द्वारा लगाए आरोप के जवाब में मौजूदा अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह होरा ने का कहना है कि सभी कार्य नियमानुसार किए गए है। पूर्व अध्यक्ष चुनाव कराना नहीं चाहते।
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