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धान की जगह बोरियों में भरा मिला भूसा ,आरोपियों के खिलाफ केसली थाने में एफआईआर दर्ज



धान की जगह बोरियों में भरा मिला भूसा ,आरोपियों के खिलाफ केसली थाने में एफआईआर दर्ज


सागर 9 जनवरी 2023। दिगम्बर स्व. सहायता समूह बम्हौरी केसली धान उपार्जन केन्द्र पर घोर अनियमिताएं पाये जाने पर शासन के निर्देश एवं कलेक्टर श्री दीपक आर्य के मार्गदर्शन में आरोपियों के खिलाफ पुलिस प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देश पर श्रीमती पलक खरे कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी केसली, सागर ने थाना में दिगम्बर स्व. सहायता की संचालक मीना पति नरेन्द्र जैन खरीदी केन्द्र प्रभारी और कम्प्यूटर आपरेटर विवेक जैन के साथ ही समिति स्तर पर नियुक्त सर्वेयर प्रशांत सेन के विरूद्ध एक लिखित आवेदन पेश किया था। उक्त आरोपियों द्वारा अवैधानिक रूप से लाभ कमाने, शासन के साथ धोखाधड़ी की मंशा से अमानक स्तर की धान बोरियों में भरी पाई गयीं है। आरोपियों पर अपराध धारा 420, 406, 409, 34 भा.द.वि. का पाये जाने से आरोपी के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

प्रशासन पहुंचा तो फरार हुए कर्मचारी

समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन केन्द्र दिगम्बर स्व सहायता समूह (केन्द्र कोड क्रमांक 59010027) तहसील केसली के केन्द्र प्रभारी मीना जैन पति नरेन्द्र जैन, केन्द्र के कम्प्यूटर ऑपरेटर श्री विवेक जैन एवं सर्वेयर प्रशांत सेन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई हैं । कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देशानुसार थाना प्रभारी केसली एवं तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक एवं हल्का पटवारी के द्वारा समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन केन्द्र दिगम्बर स्व सहायता समूह ( केन्द्र कोड क्रमांक 59010027 तहसील केसली, धान खरीदी केन्द्र जो कि, कृषि उपज मंडी केसली में संचालित है, की जांच की गई। मौके पर केन्द्र के आपरेटर विवेक जैन एवं केन्द्र प्रभारी मीना जैन पति नरेन्द्र जैन, केन्द्र द्वारा नियुक्त सर्वेयर श्री प्रशांत सेन अनुपस्थित थे । मौके पर उपस्थित कर्मचारी जांच के समय जांच दल को देखकर मौके से फरार हो गये थे। । 
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35 हजार बोरियो में भरा था भूसा

 जांच के दौरान पाया गया कि दिगम्बर स्व. सहायता समूह में लगभग सभी बोरी में धान की जगह पर धान भूसा से भरा पाया गया। जिसमें लगभग 35000 बोरी में लाल धागे से मशीन सिलाई वाली टैग लगा हुआ पाया गया।  इन सभी बोरियों में धान एवं धान की भूसी भरी हुई पाई गई। कुछ बोरियों को एक हाथ से उठाने पर वे आसानी से उठाई जा रही थी। इसका  तात्पर्य  यह रहा  कि बोरिया वजन में बहुत हल्की थी। मौका स्थल पर खरीदी केन्द्र के सभी कर्मचारी  दल को देखकर भाग गये थे । सभी ने अपना  मोबाईल फोन बंद कर लिया था । भूसी युक्त धान से भरी सभी बोरिया वही प्रांगण में खुले में एवं टीन शेड के नीचे रखी थी । धान की बोरी की भी गुणवत्ता अत्याधिक खराब पायी गई। टीन शेड के नीचे रखी अशासकीय बारदानों में पाई गई बोरियां तौलने के लिये रखी थी। 8 जनवरी को तहसीलदार केसली श्री कैलाश कुर्मी, जिला प्रबंधक श्री राजेश शिवा नागरिक आपूर्ति निगम सागर, टी.आई. केसली श्री कृपाल मार्को, श्री नीरज चौरसिया प्रभारी बी.एम. आजीविका मिशन केसली द्वारा संयुक्त रूप से दिगम्बर स्व. सहायता समूह ग्राम बम्होरी तहसील केसली धान खरीदी केन्द्र की जांच की गई।


मौके पर केन्द्र प्रभारी, ऑपरेटर कोई भी उपस्थित नहीं मिले। मौके पर उपार्जित की गई धान की बोरियां अस्त व्यस्त एवं बिना स्टेकिंग की परिसर में रखी पाई गई थी। मौके पर रखी धान की सेंपलिंग सर्वेयर लेखराम यादव से करवाई गई। उस समय डिस्ट्रिक क्वालिटी कंट्रोलर (सुपरवाईजर), श्री रजनीश कुमार कौरव भी उपस्थित रहे व उनके कथन भी लिपिबद्ध किये गये। उनके द्वारा  कथनों में बताया गया कि  संपूर्ण भंडारण गोदामों पर सर्वेयर नियुक्त किये जाते है। आर.बी. एसोसिएट कंपनी द्वारा इन्हें हायर किया गया, जो सर्वेयर उपलब्ध करवाते है। धान खरीदी मानक स्तर की हो, इसमें शासन के पैरामीटर अनुसार सर्वेयर द्वारा गुणवत्ता की जांच की जाती है। तत्पश्चात ही धान को जमा किया जाता है। अमानक होने पर रिजेक्ट करके पुनः सफाई हेतु समिति को वापिस किया जाता है। दिगम्बर स्व सहायता समूह, बम्होरी तहसील, केसली की धान परिवहन होकर ओमप्रकाश वेयर हाउस ढाना, तहसील सागर में भंडारित हो रही है।  जहां पर सर्वेयर शुभम मिश्रा पदस्थ है। कुल धान की मात्रा 6,190 किलोग्राम है, जो जमा की गई है। जिसमें से रिजेक्ट मात्रा शून्य है। धान की गुणवत्ता की जांच की गई। जिसमें उनके द्वारा सैंपल  का परीक्षण कर बताया गया कि सेंपल में जिनमें कार्बनिक मात्रा (छिलका, भूसा) 10.5 प्रतिशत, अकार्बनिक पदार्थ 2.70 प्रतिशत, क्षतिग्रस्त, बदरंग दाने 8.5 प्रतिशत, अपरिपक्व, सुकड़े कुम्हलाये दाने 5.2 प्रतिशत नमी 15 प्रतिशत पाई गई। भूसे की मात्रा बोरियों में बहुत अधिक होना पाया गया। उक्त सभी मात्रायें शासन द्वारा निर्धारित की गई मात्राओं से अधिक है। जिससे धान अमानक स्तर की होना सिद्ध होता है। इसके साथ ही मौके पर एक ढेर खुले में रखा हुआ पाया गया, जिसकी गुणवत्ता की जांच भी सुपरवाईजर व सर्वेयर द्वारा करवाई गई। मौके पर रखी हुई समस्त धान अमानक स्तर की पायी गयी। मौके पर रखी बोरियों में से कुछ का वजन करवाया गया, जिसमें उनका वजन क्रमांश 14.250 किलोग्राम, 16.500 किलोग्राम, 15.220 किलोग्राम, 22.560 किलोग्राम, 27.00 किलोग्राम, 21.560 किलोग्राम, 24.00 किलोग्राम, 23.200 किलोग्राम, 25.400 किलोग्राम, 29.500 किलोग्राम पाया गया। जबकि, शासन निर्देशानुसार बारदाने के वजन को छोड़कर 40 किलोग्राम प्रति बोरी धान का वजन की तौल की जाना है। परंतु मौके पर बोरियों का वजन बहुत कम पाया गया। मौके पर लाल रंग के धागे से सिली हुई एवं तौलकर रखी बिना सिली हुई बोरिया मिलाकर लगभग 35000 बोरियां केन्द्र पर रखी हुई पायी गई। मौके पर ई उपार्जन पोर्टल से खरीदी रिपोर्ट निकाली गई, जिसके अनुसार समूह द्वारा जांच समय तक कुल खरीदी 14363.94 क्वि., जिसमें रेडी टू ट्रांसपोर्ट मात्रा 9390.74 क्वि०, कुल परिवहन मात्रा 6190 क्वि. एवं केन्द्र पर शेष मात्रा 8173.94 लि. धान प्रदर्शित है। जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा बताया गया कि केन्द्र को कुल 27500 नग बारदाने खरीदी हेतु प्रदाय किये गये थे जबकि खरीदी प्रदाय के विवरण अनुसार 40 किलोग्राम धान प्रति बारदाने के मान से कुल खरीदी 14363.94 क्वि. में 35910 नग वारदाने उपयोग किये गये, जिसमें से परिवहन की गई मात्रा में 6190 क्वि. में कुल 15475 बारदाने उपयोग किये गये। केन्द्र पर शेष प्रदर्शित मात्रा 8173.94 क्वि. में 20435 नग बारदाने होना चाहिये। परंतु मौके पर लगभग 35,000 बारदाने में धान तोलकर रखी पाई गई। इस प्रकार केन्द्र पर 14565 अधिक बारदानों में धान तौलकर रखा जाना पाया गया । इसके साथ ही नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा 27,500 नग बारदाने खरीदी हेतु दिये गये थे, परंतु केन्द द्वारा 50,475 बारदाने (परिवहन मात्रा एवं केन्द्र पर रखी मात्रा को मिलाकर ) उपयोग किये गये। अर्थात केन्द्र द्वारा 22975 नग बारदाने अन्य अनाधिकृत माध्यम से प्राप्त किये गये। केन्द्र प्रभारी द्वारा किये गये उक्त कृत्य से यह सिद्ध होता है कि उनके द्वारा व्यापारियों की अमानक स्तर की धान उन्ही के बारदानों में प्राप्त कर तोली जा रही है एवं उनका फर्जी इंद्राज किसानो के नाम पर कराया गया है। केन्द्र पर केन्द्र प्रभारी द्वारा सर्वेयर के रूप में श्री प्रशांत सेन का नाम दर्ज कराया है। 

सर्वेयर ने की हेराफेरी

जब किसान के द्वारा स्लाट बुकिंग के पश्चात अपनी धान केन्द्र पर लाई जाती है, तब टोकन जारी करने के समय ही तौल के पूर्व सर्वेयर द्वारा धान का परीक्षण कर अपने मोबाईल एप पर उस धान की गुणवत्ता के बारे में परीक्षण कर इन्द्राज की जाती है। इसके पश्चात ही धान की तौल की जाती है। इससे यह सिद्ध होता है कि, केन्द्र पर बोरियों में तौलकर रखी धान को सर्वेयर द्वारा अमानक होने पर उसे फर्जी तरीके से मानक बताकर शासन के नीति निर्देशों के विरूद्ध कार्य किया गया है। जब समय मौके पर उपस्थित प्रभारी विकासखण्ड प्रबंधक श्री नीरज चौरसिया के कथन लिपिबद्ध किये गये तो उनके द्वारा अपने कथनो में बताया गया कि, दिगम्बर स्व. सहायता समूह ग्राम बम्होरी तहसील केसली द्वारा 2022-23 में धान खरीदी कार्य किया जा रहा है। यह समूह 10.05.2015 से पंजीकृत  है एवं धान खरीदी कार्य हेतु पात्र है। समूह की अध्यक्ष लक्ष्मीरानी पति दामोदर साहू एवं सचिव श्रीमति मीना जैन पति श्री नरेन्द्र जैन है। इस प्रकार दिगम्बर स्व सहायता समूह (केन्द्र कोड क्रमांक 59010027 ) तहसील केसली द्वारा संचालित समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केन्द्र की केन्द्र प्रभारी श्रीमति मीना जैन पति नरेन्द्र जैन, केन्द्र के कम्प्यूटर ऑपरेटर श्री विवेक जैन एवं सर्वेयर प्रशांत सेन के द्वारा केन्द्र पर किसानो से अमानक स्तर की धान खरीदी करना, जिसमें अत्याधिक मात्रा में भूसा (छिलका) पाया जाना, खरीदी गई धान की मात्रा नियमानुसार 40 किलोग्राम के स्थान पर तौल में कम वजन की पाई जाना व बारदानो की गणना का मिलान न होना, मौके पर छन्ना अथवा ग्रेडर नहीं पाया जाना, भौतिक सुविधायें उपलब्ध न होना, धान का ढेर लगाकर रखा जाना पाया गया । केन्द्र पर रखी धान की सभी बोरियों में सिलाई एवं टैग / स्टेसिल किसान कोड नहीं लगे होना पाये गए। फीफो पद्धति से लगे होना नहीं पाया जाना, अनियमिततायें की जाना पाई गई ,जो कि खरीफ विपणन मौसम वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन नीति का स्पष्टतः उल्लंघन है। उक्त सभी कृत्य अवैधानिक रूप से लाभ कमाने, शासन के साथ धोखाधड़ी, की मंशा से किया जाना दर्शित है। शासन निर्देशानुसार संबंधितों के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत आरोपियों के खिलाफ संबंधित पुलिस थाने में एफआईआर पंजीबध्द की गई।



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